पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प

परमार्थ निकेतन में ‘शांति के लिए संवाद’ विषय पर चार दिवसीय दक्षिण पूर्व एशिया अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें स्वामी चिदानंद ने गंगा आरती में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने का संकल्प कराया। सम्मेलन का शुभारंभ परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती, साध्वी भगवती सरस्वती ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। स्वामी चिदानंद ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से दुनिया के राष्ट्रों के मध्य आपसी संबंध और मजबूत होंगे। कहा कि भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में से एक है। दुनिया के अन्य देशों को इससे काफी उम्मीदें हैं। कहा कि मुझे भरोसा है कि हम सभी के प्रयासों से दुनिया के अन्य राष्ट्रों के आपसी संबंध शांतिपूर्ण ढंग से बढ़ते रहेंगे। कहा कि जल समस्या एक वैश्विक समस्या है और यह किसी युद्ध से कम नहीं है। इससे निजात पाने के लिए जल के संरक्षण की नितांत आवश्यकता है।
साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि हम वैश्विक शांति की कल्पना तभी कर सकते है जब हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध हो। वर्तमान समय में प्रकृति, पर्यावरण और जल का संरक्षण ही हमें और हमारी भावी पीढ़ी को जीवन प्रदान कर सकता है। इस मौके पर स्वामी ने गंगा आरती में उपस्थित सभी को प्रकृति और पर्यावरण के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने का संकल्प कराया।